जडूला:- जातकर्म (बच्चों के बाल उत्रवाना)
बरी पड़ला:- वर पक्ष के लोगों द्वारा वधू पक्ष के लोगों के लिए लेकर जाने वाले उपहार।
सामेला (मधुर्पक):- शादी पर वधु पक्ष द्वारा वर पक्ष की अगुवानी करना।
मोड़ बाँधनाः- वर को बारात में चढ़ाते समय मांगलिक कार्य।
नांगल:- नये घर का उद्घाटन
कांकनडोरा:- वर को शादी पूर्व बांधे जाने वाला डोरा।
पहरावणी । रंगवरी । समठुनी – शादी के बाद वधू पक्ष द्वारा वर पक्ष को दिये जाने वाले उपहार।
बढ़ार:- शादी के समय का प्रीतिभोज।
गौना । मुकलावा:- वाल विवाह होने पर बाद में लड़की की पहली विदाई।
छूछक/जामणा:- नवजात के जन्म दर, ननिहाल पक्ष की ओर से दिये जाने वाले आभूषण।
दरसोठन:
रियाण:- किसी अवसर पर अमल (अफीम) की मनुहार।
बैकुण्ठी/चंदोल:- शव यात्रा।
अघेटा:- शमशान ले जाते समय रास्ते में अर्थी की दिशा बदलना।
पगड़ी:- घर में मुखिया की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारी चुना जाना।
सांतरवाडा:- मृत्यु के बाद दी जाने वाली सांत्वना।
फूल चुगना:- मृत्यु पश्चात् अस्थि एकत्रित करना।